कानपुर नगर/घाटमपुर से पीड़िता गीता देवी पत्नी साजन निवासिनी मोहल्ला आछी मोहाल पूर्वी कस्बा व तहसील घाटमपुर जनपद कानपुर नगर ने नेशनल मीडिया प्रेस क्लब के प्रादेशिक कार्यालय में पहुंचकर की प्रेस वार्ता, प्रेस वार्ता के दौरान पीड़िता गीता देवी ने बताया कि उनका आवासीय पैत्रक प्लाट की दीवाल को आरोपी माया देवी, विमल, राहुल, गंगाराम, माया देवी की बहन, अंकुश, संजय की पत्नी, माया की पुत्री रूबी द्वारा लेखपाल राजकमल तिवारी व नगर पालिका के कर्मचारी गुरू प्रसाद शर्मा से सांठ गांठ कर मुझको डरा धमकाकर बिना कोई आदेश कॉपी दिखाए जबरन मेरे प्लाट की दीवाल को तोडकर जबरन रास्ता बनवा रहे हैं। जबकि वह मेरा पैत्रक प्लाट है जिसकी आराजी नंबर मौजूद है। उपरोक्त विपक्षी गणों ने लेखपाल व पुलिस से मिली भगत कर उनको सुविधा शुल्क देकर मेरे प्लाट से जबरन रास्ता बनाया और अब प्लाट की दीवाल को तोडकर जबरन पानी की पाइप लाइन डाल रहे है जिसका विरोध करने पर उक्त विपक्षी गण मुझे तथा मेरे परिवार को भद्दी भद्दी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। विपक्षीगण काफी दबंग प्रवृत्ति के व्यक्ति है। मैं और मेरा परिवार डरा सहमा है।
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पीड़िता गीता देवी पत्नी साजन ने जिलाधिकारी, घाटमपुर एस डी एम व कानपुर पुलिस आयुक्त को शिकायती पत्र देकर अपनी पैतृक जमीन पर हो रहे अनाधिकृत तरीके से पाइपलाइन डालकर रास्ता बनाने पर रोक लगाने तथा जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
पीड़ित गीता देवी ने आरोप लगाते हुए बताया कि स्थानीय पुलिस भी विरोधियों से मिली हुई है घटना के दिन मुझे रात 8:00 बजे तक थाने में बैठा कर रखा गया इस दौरान वहां कोई महिला पुलिस कर्मी भी मौजूद नहीं थी।
प्रेस वार्ता के माध्यम से व लिखित रूप से पीड़िता ने कानपुर नगर के जिलाधिकारी व पुलिस आयुक्त से अपने परिवार के जान माल की सुरक्षा की भी गुहार लगाई है। गीता देवी ने कहा अगर मेरी कही सुनवाई नहीं हुई तो मैं अपने परिवार सहित अपने प्लाट पर ही आत्म दाह कर लूंगी क्योंकि अब जहाँ पुलिस व लेखपाल सहित नगर पालिका के अधिकारी भी मिले है वहां मेरी कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है कयोंकि उनका कहना है कि जो भी रिपोर्ट मांगी जाएगी वह उनसे मांगी जाएगी, उनको किसी का डर नहीं है जबकि पीड़िता का कहना है कि उसके पास खतौनी में उसकी जमीन दर्ज है, फिर भी कैसे शासन प्रशासन साथ नही दे रहा है। जब मैंने अपने मामले की शिकायत 112 नंबर पर की तो जो पुलिसकर्मी आए थे वो भी यह कहकर चले गए कि चाहे 112 पर काल करो या 1090 पर या 1076 पर कॉल करो आना हमको ही है। इस पर कुछ नहीं होगा शांत बैठो। नहीं तो सरकारी कार्य में व्यवधान डालने का मुकदमा लगा देगें। उधर दबंग बराबर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित महिला का कहना है कि यदि हमको या मेरे परिवार को कुछ भी होता है तो हमारी स्थानीय पुलिस थाना घाटमपुर व लेखपाल व विपक्षी संजय आदि की जिम्मेदारी होगी। सूबे के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी बेहतर न्यायप्रिय कानून व्यवस्था की बात करते हैं तो मेरे मामले में क्यों नहीं सुनवाई हो रही है। मुझे न्याय चाहिए यदि मेरा खतौनी में दर्ज प्लॉट अवैध है तो मुझे उसके कागजात दिखाएं जाएं। प्रेस वार्ता के उपरांत उक्त प्रकरण जानने हेतु लेखपाल राजकमल तिवारी को कई बार फोन किया गया लेकिन उनका फोन नहीं उठा इसलिए बात नहीं हो पाई। कृपया पीड़िता को न्याय प्रदान किया जाए, यदि पीड़िता का आरोप सही है तो उक्त कर्मचारियों व आरोपियों पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए यदी कर्मचारी सही है और पीड़िता को कोई संदेह है तो कृपया उसे कागजात दिखाते हुए आत्म संतुष्टि प्रदान की जाय ताकि मानसिक तनाव के चलते उसके साथ कोई अप्रिय घटना न घटित हो।